Bank se education loan kaise le: अपने बच्चों को अच्छी एजुकेशन देना, हर पेरेंट्स चाहता है ताकि अच्छी पढ़ाई करने के बाद अच्छा रोजगार मिल सके। प्रत्येक पेरेंट्स अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए अच्छे शिक्षण संस्थान में दाखिला दिलवाना चाहते हैं।
लेकिन ज्यों-ज्यों बच्चे बड़ी क्लास में जाते हैं तो शिक्षा का खर्च भी बढ़ने लगता है। 12वीं कक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए परिवार पर पैसों का ओर अधिक बोझ पड़ने लगता है।
बच्चों की पढ़ाई में कमी ना आए उसके लिए पेरेंट्स एजुकेशन लोन लेते हैं। कई bank education loan देने के लिए तैयार हैं। अगर आप भी एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
एजुकेशन लोन के लिए क्या है नियम और शर्तें
- एजुकेशन लोन लेने के लिए विद्यार्थी की उम्र 16 से 35 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
- विद्यार्थी का एडमिशन मान्यता प्राप्त कॉलेज और यूनिवर्सिटी होनी चाहिए।
- भारत में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन अधिकतम 10 लाख रुपए तक मिल सकता है।
- विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन अधिकतम 20 लाख रुपए तक मिल सकता है।
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कहां से ले सकते हैं एजुकेशन लोन
एजुकेशन लोन लेने के लिए अपने शहर के बैंक में जाना पड़ेगा। एजुकेशन लोन अप्लाई करने से पहले उस बैंक की लोन पर लगने वाले प्रोसेसिंग फीस, ब्याज दर और डॉक्यूमेंट के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।
- SBI education loan
- HDFC education loan
- Axis bank education loan
- Bank of Baroda education loan
- Union Bank education loan
- Canara Bank education loan
- PNB education loan
- ICICI education loan
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एजुकेशन लोन अप्लाई करने से पहले किन बातों का रखें ध्यान
- एजुकेशन लोन लेते समय बैंक की सभी नियम और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- एजुकेशन लोन पर बैंक फिक्स रेट या फ्लोटिंग रेट किस प्रकार का ब्याज वसूल करेगा। फ्लोटिंग रेट पर ब्याज मार्केट में उतार-चढ़ाव होने पर कम या ज्यादा हो जाता है।
- एजुकेशन लोन की ईएमआई का भुगतान कितने दिनों तक करना होगा यह भी जान लेना चाहिए।
क्या होगा एजुकेशन लोन की ईएमआई नहीं देने पर
अगर आप एजुकेशन लोन लेने के बाद किसी कारणवश एक या दो ईएमआई का भुगतान निर्धारित तिथि पर नहीं कर पाते तो बैंक कस्टमर केयर से बातचीत करके भुगतान कर सकते है।
यदि आप लगातार emi का भुगतान नहीं कर पाते है तो बैंक द्वारा आपको education loan नहीं चुकाने पर डिफाल्टर की लिस्ट में डाल सकता है। जब आप एजुकेशन लोन लेते हैं तो बैंक के नियम और शर्तों के अनुसार लोन की repayment करने के लिए बाध्य हो जाते हैं।
ईएमआई का भुगतान नहीं करने पर आपके credit score पर बुरा असर पड़ता है। क्रेडिट स्कोर कम होने पर भविष्य में आपको किसी भी बैंक या कंपनी से कोई भी लोन लेना कठिन हो जाएगा।
यदि आपके education loan के लिए किसी अन्य व्यक्ति ने गारंटी दी है तो बैंक द्वारा गारंटर पर भी बकाया लोन राशि चुकाने के लिए दबाव बनाया जा सकता है। यहां तक कि गारंटर के क्रेडिट स्कोर पर भी इफेक्ट डाल सकता है।
डिफाल्टर होने पर education loan की बकाया राशि के अलावा लेट फीस, पेनल्टी, कानूनी फीस आदि का आर्थिक बोझ भी पड़ सकता है। आपने जितने रुपए का लोन लिया था उससे भी अधिक राशि की पेमेंट करनी पड़ सकती हैं।
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एजुकेशन लोन डिफाल्टर होने पर क्या करना चाहिए?
अगर आप एजुकेशन लोन की राशि का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं तो बैंक अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं और उनको ईएमआई का भुगतान नहीं करने का कारण बता सकते हैं। ऐसा करने पर बैंक बकाया राशि की वसूली करने के लिए आपको भुगतान करने के लिए अधिक समय दे सकता है।
योजना बनाकर अपने मासिक खर्च को कम करने की कोशिश करें। जिन चीजों की आवश्यकता न हो, उन चीजों की शॉपिंग करने से बचें। अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए (part time income) पार्ट टाइम इनकम के सोर्स की तलाश करनी चाहिए ताकि आप बकाया लोन राशि का भुगतान कर सके।